Read this article in Hindi to learn how to derive derive expansion path on iso-product curve with the help of diagrams.

विस्तार पथ उत्पादक के विभिन्न उत्पादन स्तरों को उत्पादित करने वाले न्यूनतम लागत संयोग बिन्दुओं का बिन्दुपथ है जबकि साधनों की कीमतें स्थिर रहती हैं । दूसरे शब्दों में, उत्पादक साधनों की स्थिर कीमतों की दशा में उत्पादन-स्तर में वृद्धि करने पर साधन संयोगों को किस प्रकार समायोजित करता है, इसका अध्ययन विस्तार पथ की सहायता से किया जा सकता है ।

चित्र 3 में विस्तार पथ की व्याख्या दी गयी है । चित्र में R1S1 , R2S2 , R3S3 तथा R4S4 चार समानान्तर साधन कीमत रेखाएँ दी गयी हैं । ये रेखाएँ उत्पत्ति साधन X तथा Y की कीमतें दी हुई तथा स्थिर रहते हुए कुल व्यय अथवा लागत व्यय के विभिन्न स्तरों को व्यक्त करती हैं ।

न्यूनतम लागत संयोग E1 , E2 , E3 तथा E4 क्रमशः 100, 200, 300 तथा 400 इकाई उत्पादन न्यूनतम लागत पर कर रहे हैं । यदि विभिन्न उत्पादन स्तरों के उत्पादन की न्यूनतम लागत को बताने वाले संयोग बिन्दुओं क्रमशः E1 , E2 , E3 तथा E4 को मिलाती हुई रेखा खींची जाये तो इस रेखा को ही विस्तार पथ (Expansion Path) कहते हैं ।

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इस विस्तार पथ को पैमाना रेखा (Scale Line) भी कहा जाता है क्योंकि उत्पादक इसी पैमाने के आधार पर अपने उत्पादन का विस्तार करता है । E1 से E2 अथवा E2 से E3 अथवा E3 से E4 तक गमन उत्पादन प्रभाव (Output Effect) कहलाता है ।